Life expectancy with type 2 diabetes: टाइप 2 मधुमेह ऐसी complications को पैदा कर सकता है जिससे आपके पूरा जीवन प्रभावित हो सकता है जैसे की किडनी फेलियर आदि। लेकिन, आप अपने जीवनशैली में बदलाव और भी विभिन्न रणनीतियाँ को अपना कर मधुमेह की जटिलताओं (Diabetes Complications) को कम कर सकते है रोक सकते है।
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जब किसी Type 2 Diabetes से ग्रसित व्यक्ति को मधुमेह का निदान प्राप्त होता है, तो उन्हें आश्चर्य होता है कि कैसे, यह उनके जीवन की लंबाई प्रभावित कर सकती है।
मधुमेह में Life Expectancy पर प्रभाव कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे व्यक्ति अपने स्वास्थ्य के प्रति कितना प्रतिबद्ध है। व्यक्ति को निदान (Diagnosis) और उपचार (Treatment) कब और कैसे प्राप्त होता है।
अन्य कारको में उपचार के प्रति शरीर की प्रतिक्रिया, लक्षण की गभीरता और प्रगति, जटिलताओं की उपस्थिति शामिल है।
इस लेख में हम उन कारको के बारे में बात करेंगे जो टाइप 2 मधुमेह के साथ जीवन प्रत्याशा को प्रभावित करते है।
What is type 2 diabetes? टाइप दो डाइबिटीज क्या होती है?
टाइप 2 मधुमेह, मधुमेह का ही एक प्रकार है। यह तब विकसित होता है जब शरीर में Insulin Resistence काफी बढ़ जाता है। जिसके फलस्वरूप शरीर इन्सुलिन के प्रति सही ढंग से प्रतिक्रिया नहीं कर पता है। जिससे शरीर रक्त शर्करा (Blood Sugar) को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त इन्सुलिन का उत्पादन नहीं करता है। और शरीर में Blood Sugar का स्तर समान्य से ज्यादा बढ़ जाता है।
Diabetes symptoms मधुमेह के लक्षण
- Increased Urination
- Increased Thirst
- Fatigue
- Increased Hunger
- Numbness or Tingling in Hands or Feet
- Poor Wound Healing
- Unexplained Weight Loss
Life expectancy with type 2 diabetes टाइप 2 मधुमेह के साथ जीवन प्रत्याशा
टाइप 2 मधुमेह अपने आप में कोई बीमारी नहीं है, पर यह शरीर में कई जटिल और गंभीर बीमारियों को उत्पन्न कर सकता है। इसमें नरंतर चिकित्सीय देखभाल की आवश्यकता होती है।
Type 2 diabetes से पीड़ित लोगों की Life expectancy, इस स्थिति के साथ नहीं रहने वाले लोगों की तुलना में कम होती है। 2020 में एक अध्ययन किया गया और पाया गया कि टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित लोगों की Life Expectancy टाइप 1 मधुमेह से पीड़ित लोगों की तुलना में अधिक लम्बी होती है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डायबिटीज एंड डाइजेस्टिव एंड किडनी डिजीज (NIDDK) के अनुसार, मधुमेह के कारण कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती है। यह व्यक्ति की life expectancy और जीवन की गुणवत्ता कम कर सकती है। इसमें शामिल है :
- Kidney Disease
- Heart Disease
- Stroke
- Nonalcoholic Fatty Liver Disease
- Nerve Damage
- Cancer
- Sleep Apnea
- Dementia
जबकि, कुछ कारक ऐसे भी है जो व्यक्ति को अपनी life expectancy में सुधार करने में मदद कर सकते है।
उदाहरण के लिए, 2020 के एक शोध में पाया गया कि Type 2 Diabetes और कम बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) वाले लोगों में लगभग 2.0-3.9 वर्ष जीवन के अधिक पाए गए।
2020 में हुए अध्ययन से यह भी पता चलता है कि टाइप 2 से पीड़ित लोगों में रक्तचाप कम होने से व्यक्ति का जीवन औसतन 1.1-1.9 साल तक बढ़ सकता है। इसके अतिरिक्त निम्न कोलेस्ट्रॉल स्तर होने से जीवन लगभग 0.5-0.9 साल तक बढ़ सकता है।
अध्ययन से यह भी पता चलता है कि हीमोग्लोबिन A1C (HbA1C) को 9.9% से घटाकर 7.7% करने से Type 2 Diabetes वाले व्यक्ति का जीवन औसतन 3.4 वर्ष बढ़ सकता है। हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिकाओं में पाया जाने वाला प्रोटीन है। जब शरीर में रक्त शर्करा का स्तर बढ़ता है, तो ग्लूकोज हीमोग्लोबिन से जुड़ जाता है और इसे हीमोग्लोबिन A1C में बदल देता है।
अगर मधुमेह से पीड़ित रोगी स्वस्थ जीवनशैली अपनाता है, और अपने रक्त शर्करा को नियंत्रित्र करता है, तो मधुमेह के साथ रहते हुए भी उसके स्वास्थ्य में काफी सुधार लाया जा सकता है।
Type 2 diabetes treatment टाइप 2 मधुमेह का इलाज
टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित के लिए जीवन प्रत्याशा में सुधार करने के सबसे अच्छा तरीका जीवशैली में बदलाव और चिकिस्ता प्रबंधन करना है।
Type 2 Diabetes के उपचार में रक्त शर्करा के स्तर पर नजर रखना बहुत ही महत्वपूर्ण होता है, इससेरक्त शर्करा के स्तर के कारण का पता लगाने में मदद मिलती है। इसके लिए रक्त ग्लूकोज मॉनिटरिंग किट ऑनलाइन खरीद के लिए उपलब्ध हैं।
टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित लोगों को अपने रक्त शर्करा के स्तर को अधिक होने से रोकने के लिए दवाओं की भी आवश्यकता हो सकती है। इसके लिए इंसुलिन इंजेक्शन या मेटफॉर्मिन (फोर्टामेट, ग्लुमेत्ज़ा) जैसी दवाएं हो सकती हैं।
ऐसी बहुत सी दवाएं है जिनपे अभी अनुसंधान जारी है, जो टाइप 2 मधुमेह के प्रबंधन में सहायता कर सकती है। ये दवाएं अभी तक सार्वजनिक उपयोग के लिए उपलब्ध नहीं की गयी है।
हृदय की रक्त वाहिकाओं और तंत्रिकाओं पर भी Diabetes का प्रभाव पड़ता है, इसकी सम्भवना अधिक तब हो जाती है जब व्यक्ति में हृदय रोग के खतरे को बढ़ाने वाली स्थितियाँ ज्यादा हो, जैसे उच्च रक्तचाप, उच्च ट्राइग्लिसराइड्स और उच्च कोलेस्ट्रॉल।
ऐसे लोग जिन्हें एथेरोस्क्लोरोटिक हृदय रोग और Type 2 Diabetes भी है के लिए, 2018 का दिशानिर्देश अनुशंसा करते हैं कि डॉक्टर समग्र मधुमेह उपचार योजना के हिस्से के रूप में इन स्थितियों के लिए दवाएं लिखें।
Life expectancy with type 2 diabetes Lifestyle modifications
2016 में 13000 से अधिक लोगों पर एक मेटा-विश्लेषण किया गया, और पाया गया कि जो लोग मधुमेह स्व-प्रबंधन शिक्षा में लगे हुए थे, उनकी जीवन प्रत्याशा उन लोगों की तुलना में अधिक लंबी थी जो ऐसा नहीं करते थे।
मधुमेह के साथ रहते हुए इष्टतम स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए, और भी अतिरिक्त रणनीतियाँ शामिल है जो इस प्रकार है :
स्वस्थ आहार खाना
डायबिटीज के लिए आहार में जूस या कैंडी जैसी साधारण शर्करा के सेवन से बचना चाहिए, साबुत अनाज और बीन्स जैसे जटिल कार्बोहाइड्रेट खाना कम से कम लेना चाहिए, साथ ही शराब का सेवन को भी सीमित करना चाहिए।
व्यायाम करना
मधुमेह वाले लोगों को प्रत्येक सप्ताह कम से कम 150 मिनट की मध्यम तीव्र एरोबिक गतिविधि अवश्य करनी चाहिए।
स्वस्थ वजन बनाए रखना
अनुसंधान से पता चलता है कि मोटापे से ग्रस्त लोगों में, वजन घटाने से Diabetes के प्रभाव को कम करने में मदद मिलती है।
संक्रमण को रोकना
Diabetes रहित व्यक्ति की अपेक्षा मधुमेह वाले व्यक्ति में संक्रमण का खतरा अधिक होता है। यदि किसी व्यक्ति का घाव ठीक होने में बहुत अधिक समय लग रहा है, तो उसे तुरंत डॉक्टर से इसकी जांच करानी चाहिए।उसे त्वचा का अल्सर होने का खतरा हो सकता है। त्वचा का अल्सर संक्रमित हो सकता है और यदि यह रक्त तक पहुंच जाए तो सेप्सिस का कारण बन सकता है।
तनाव कम करना
तनाव हार्मोन के स्राव को उत्तेजित करता है जो रक्त शर्करा को बढ़ा सकता है और इंसुलिन विनियमन में हस्तक्षेप कर सकता है। अपने तनाव को प्रबंधित करने योग और ध्यान की मदद ली जा सकती है।
धूम्रपान छोड़ना
धूम्रपान से रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं और वास्तव में Type 2 Diabetes विकसित होने का कारण बन सकता है। मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति को धूम्रपान उनके निचले अंगों में संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील बनाता है।
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टाइप 2 मधुमेह विकसित होने का खतरा किसे ज्यादा होता है?
रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के विश्वसनीय स्रोत के अनुसार, Type 2 Diabetes मधुमेह के विकास के लिए कई जोखिम कारक हैं। इनमें इन्सुलिन रेसिस्टेन्स, मोटापा, धूम्रपान और तनाव शामिल हैं।
मधुमेह विकसित होने का आनुवंशिक कारण भी हो सकता है, जिसका अर्थ है कि जिन लोगों के परिवार के सदस्य मधुमेह से पीड़ित हैं, उनमें इसके विकसित होने की संभावना अधिक हो सकती है। यह 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में भी अधिक आम है।
हालाँकि, एशियाई और गोरे लोगों की तुलना में, अफ्रीकी अमेरिकियों और हिस्पैनिक लोगों में Type 2 Diabetes का प्रसार अधिक है। यह जैविक और पर्यावरणीय कारकों और स्वास्थ्य असमानताओं के संयोजन के कारण हो सकता है, जो ऐतिहासिक रूप से हाशिए पर रहने वाले समूहों को प्रभावित कर सकता है।
टाइप 2 मधुमेह से लोग कैसे मरते हैं?
Diabetes के कारण किसी व्यक्ति में किडनी और हृदय रोग, उच्च रक्तचाप और उच्च कोलेस्ट्रॉल जैसी अन्य स्वास्थ्य समस्याएं विकसित होने की संभावना अधिक होती है। मधुमेह से पीड़ित लोगों में, हृदय रोग मृत्यु का प्रमुख कारण है।
क्या टाइप 2 मधुमेह से अचानक मृत्यु हो सकती है?
मधुमेह से पीड़ित के द्वारा मधुमेह के अप्रभावी प्रबंधन के परिणामस्वरूप अचानक cardiac death या स्ट्रोक से मृत्यु होने की संभावनाएं अधिक होती है।
मधुमेह का अंतिम चरण क्या है?
लम्बे समय तक Diabetes से पीड़ित रहने के बाद, विशेष रूप से अनुपचारित मधुमेह से, एक व्यक्ति अंतिम चरण की गुर्दे की बीमारी या हृदय रोग विकसित कर सकता है। लम्बे समय तक ऊंचा रक्त शर्करा का स्तर टाइप 1 मधुमेह वाले लोगों में मधुमेह केटोएसिडोसिस या Type 2 Diabetes वाले लोगों में हाइपरग्लाइसेमिक हाइपरोस्मोलर सिंड्रोम (एचएचएस) का कारण बन सकता है।
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